हर साल की तरह इस साल भी गर्मी आई और पशु पक्षी सभी इससे बेहाल लगे है, किन्तु हर मौसम का अपना होता है अपनी छटा होती है. चारों तरफ कहीं सूखे पत्तों रहित डालें है तो कहीं इस गर्मी में भी हरी डालें. यूँ तो अक्सर लोग गर्मी की शिकायत ही करते हैं पर गर्मी भी बेहद खूबसूरत होती है. सेमल के पेड़ को पहले लाल फूलों से लड़ा फिर सफ़ेद फलों से लदा देखा, दोनों ही रूपों में उसके छटा देखने लायक थी फिर धीरे धीर सेमल में केवल टहनियां नज़र आने लगी और ये नज़ारा भी काम खूबसूरत नहीं होता। इसी पेड़ की ऊँची टहनियों पर सुन्दर पक्षी बैठने लगे.
Rose ringed Parakeets |
तोते कई प्रकार के होते है ,सुना तो था मगर सोचा नहीं था कि कभी मुझे भी मौका मिलेगा इन्हे देखने का। एक दिन लाल रंग के सर वाले तोते तथा सिलेटी रंग के तोतों का समूह पेड़ की डाल पर बैठा , पहले तो लगा की ये दो प्रकार के पक्षी है किन्तु किताब में खोजने पर पता चला की ये पल्म हेडेड पैराकीट के नर एवं मादा हैं.
इन पक्षियों या यूँ कहें जानवरों की दुनिया भी बड़ी खूबसूरत एवँ रोचक है. यहाँ नर मादा से ज़्यादा सुन्दर है और प्रजनन कल में और भी खूबसूरत हो जाता है, जबकि मादा देखने में इतनी सुन्दर नहीं होती है. इसके अतिरिक्त नर पक्षी (पशु भी ) मादा को लुभाने के लिए आकर्षक क्रिया कलाप करते है. मोर का नाचना, नीलकंठ का करतब दिखाना , किंगफिशर का अपनी मादा को स्वादिष्ट मछली भेंट करना कुछ रोचक तथय है,
मुझे भी इस गर्मी में सुन्दर नर एवं मादा पक्षियों के करतब दिखाई दिए। नर कोयल को अपनी प्रेमिका अथवा गर्ल फ्रेंड को नीम के फल के सामान फल उपहार देने की कोशिश करते हुए देखा. मादा कोयल सभी लवली लेडीज की तरह नखरे देखा रही थी और उस दिन तो कोयल महाशय को सफलता नहीं ही मिली। कुछ दिनों बाद मैंने उस कोयल के जोड़े को बेहद गर्मी में साथ साथ अपनी प्यास बुझते हुए देखा अतः दोस्ती तो उन दोनों में हो ही गयी। मादा कोयल कुछ अधिक शर्मीली होती है और प्रायः पत्तों में छूपी रहती है नर कोयल ज़रूर हमारी खिड़की के पीछे अक्सर दिखाई पडा।
मादा कोयल चितकबरी और भूरे रंग की होती है यह बात भी मुझे कुछ दिनों पूर्व या यूँ कहें पिछले साल ही पता चली\. प्राकृति के कितने रंग है न जाने अभी भी कितना हमसे छुपा है कुछ पता नहीं. प्रकृति के जितना करीब जाओ उतनी ही नई बातें पता चलती हैं. कोयल की प्रेमकथा कहाँ एक पहुंची अभी कुछ पता नहीं पर कई पक्षियों के जोड़ों ने जैसे,बुलबुल, ड्रोंगो,उल्लू मैना ने घर बसाया और उनके छोटे छोटे बच्चों को देखने का आनंद हमने भी उठाया।